1.पैसों की किस्मत लेकर पैदा होने वाले,
कौड़ियों के भाव बिक रहे हैं
यही विडंबना है आज कल,
चोर ही आज पतवार सम्भाल रहें हैं।

2.वक्त का बिमार ये जहां भी खूब है 'ऐ फज़ल'
खुद से मिलने का वक्त कहां है।

3.आज कल के वहम भी अजीब है 'ऐ फज़ल'
लोग परछाईं को छोड़ साये के पीछे भागते हैं।

4.अभी कल ही की बात है,
शराब छोड़ी थी मैंने ' ऐ फज़ल'
उन्हें देखने के बाद
नशा चढ़ने लगा है।

5.सँजो कर रख रहा हूँ 
मीठी यादों को' ऐ फज़ल'
सुना है वक्त के साथ
लोग बदल जाया करते हैं।

6.तेरे शहर के लोग अजीब हैं ‘ऐ फजल’
कल की बात पर आज रोते है 
आज की बात पर हसना तक भूल जाते हैं।