देखा है मैने उन्हें सीढ़ियो पर, अकेले बैठ रोते हुए कि आ कोई उनका भी पौत्र उन्हें दादी-दादा कह पुकार सके, कुछ कहानियाँ सुने और कुछ सुना…

Read more